वाल्मीकि रामायण के अनुसार मंदोदरी लंका के राजा रावण की पत्नी थी। लेकिन क्या आप जानते है कि राम के हाथों रावण के मारे जानें के बाद मंदोदरी का क्या हुआ? उसे दोबारा विवाह रावण के भाई विभीषण को लंका का राजा बनने के बाद क्यों करनी पड़ी? आइए जानते है इसके पीछे की कहानी।





पौराणिक कथा के अनुसार मंदोदरी महान ऋषि कश्यप के पुत्र मायासुर का पुत्री थी और मंदोदरी की माता का नाम रंभा था जो एक अप्सरा थी।





मंदोदरी का विवाह रावण से हुआ था। एक बार रावण मयासुर से मिलने आया और वहां पर मंदोदरी को देखकर संमोहित होकर उससे विवाह करने की इच्छा जाहिर की इसके बाद मंदोदरी का विवाह रावण से हुआ था। रावण से विवाह के बाद मंदोदरी के तीन संताने हुई मेघनाद, अक्षयकुमार और अतिकाय





भगवान राम और रावण के बीच हुए युद्ध में रावण की मौत के बाद भगवान राम ने लंका को रावण के भाई विभीषण को लंका राजा बना दिया। भगवान राम ने मंदोदरी को विभीषण से विवाह कर लेने की सलाह दी।





  मंदोदरी इसके लिए तैयार नहीं हुई लेकिन भगवान राम के समझाने के बाद वह विभीषण से विवाह करने के लिए तैयार हो गई तो इस तरह मंदोदरी का दोबारा विवाह हुआ।