योग ध्यान

योगनिद्रा से दूर होता है तनाव, लक्ष्मण और अर्जुन ने भी आजमाए थे ये आसन

आज के समय में लगभग हर आदमी को तनाव और दबाव का शिकार होना पड़ता हैं। इस तनाव को दवा के बल पर दूर नहीं किया जा सकता है। इस समस्या को सिर्फ योग के माध्यम से हल किया जा सकता है। तनाव को दूर करने के लिए योग निद्रा सबसे उत्तम उपाय है। इस निद्रा को भगवान राम के भाई लक्ष्मण और अर्जुन से गहरा नाता है। आइए जानते है इसके फायदे के बारें में। योग निद्रा का मतलब होता है आध्यात्मिक नींद में जाना। यह ऐसी नींद है जिसमें जागते हुए सोना है। योग निद्रा को सोने और जागने के बीच की स्थिति को योग निद्रा कहते है। देवता गण भी इसी निद्रा में सोते हैं। पुराणों की कथा के अनुसार जब लक्ष्मण भगवान राम संग 14 वर्षों तक जा रहे थे तो उन्होनें भगवान की सेवा करने के लिए निद्रा का त्याग कर दिया था। वह योगनिद्रा के बल पर ही 14 सालों तक बिना सोए रहे। इसी तरह अर्जुन नें योग निद्रा करके महाभारत का पूरा युद्ध लड़ा था। तनाव को कम करने के लिए योगनिद्रा सबसे अच्छा उपाय है। इस योग के बारें में कहा जाता है कि इससे दिल और दिमाग दोनों तरोताजा हो जाते हैं। योगनिद्रा के जरिए आप कम नींद लेकर ज्यादा से समय तक काम को कर सकते है और तरोताजा रह सकते हैं। योगनिद्रा आसन करके रक्तचाप, मधुमेह, हृदय रोग, सिरदर्द, तनाव, पेट में घाव, दमे की बीमारी, अनिद्रा, अवसाद और अन्य मनोवैज्ञानिक बीमारियों, स्त्री रोग में प्रसवकाल की पीड़ा में बहुत ही लाभदायक है। खिलाड़ी भी मैदान में खेलों में विजय प्राप्त करने के लिए योगनिद्रा करते हैं। योगनिद्रा 10 से 45 मिनट तक की जा सकती है। योगनिद्रा करने के लिए खुली जगह का चयन करें फिर लेट जाए। दोनों पैर के बीच एक फीट की दूरी हो और हथेली कमर से 6 इंच की दूरी पर हो और आँखे बंद रखें। फिर अपने मन को दाहिने पैर के अंगूठे पर ले जाइए। पैर की सभी उंगलियां कम से कम पैर का तलवा, एड़ी, पिंडली, घुटना, जांघ, नितंब, कमर, कंधा शिथिल होता जाएगा।