हिन्‍दू धर्म में किसी भी त्यौहार आदि पर व्रत रखने की परंपरा है। आने वाली ‌ है और इस दिन बच्चे से लेकर बूढ़े तक पूरे दिन उपवास रखते हैं। अगर आप अभी तक कोई भी उपवास नहीं रख रहे हैं तो इस जन्माष्टमी से व्रत रखना शुरू कर दीजिए, इससे आपको ही फायदा होगा। स्वस्‍थ रहने के लिए अच्छा भोजन जरूरी होता है।

अच्छा भोजन शरीर को पर्याप्त ऊर्जा दे देता है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि उपवास यानी व्रत रखना एक अच्छे भोजन से ज्‍यादा अच्छा होता है। आध्यात्मविदों का मानना है कि ठोस भोजन ज्यादा से ज्यादा शरीर को ऊर्जा ही दे सकता है, लेकिन असली पोषण को ईथर से ही मिलता है। ईथर मतलब चारों और फैला आकाश और उसमें व्याप्त विद्युत तरंगें।

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इसी वजह से सभी धर्मो में उपवास का काफी महत्व है। ऐसा माना जाता है कि इससे शरीर, मन, चेतना का परिमार्जन होता है और सूक्ष्म शक्तियों के सानिधय में पहुंचता है।





बीमार होने पर उपवास को सबसे अच्छा इलाज माना गया है। वास्तव में अच्छे स्वास्‍थ्य और लंबी उम्र के लिए सबसे असरदार अमृत साबित हो सकता है।

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वैज्ञानिकों के अनुसार बार-बार सामान्य से हल्का भोजन करना अच्छा होता है। उनके अनुसार रुक रुक कर उपवाय करने से कोलेस्ट्रॉल और फैटी ट्राइग्लिसराइड्स का स्तर कम होता है।





उपवास ह्दय रोग और मधुमेह के खिलाफ व्यक्ति के प्रतिरोध को बढ़ा सकता है। बिना भोजन के करीब चालीस दिन तक रहा जा सकता है, वहीं अनियमित अशुद्ध भोजन दस दिन में ही सेहत को प्रभावित करना शुरू कर देता है।