महालक्ष्मी का प्रिय दिन शुक्रवार होता है, इस दिन मां लक्ष्मी की आराधना करने से व्यक्ति को पैसों की कमी नहीं होती। 11 अगस्त को मां लक्ष्मी का दिन है, लेकिन इस बार ये दिन अधिक लाभदायक है, क्योंकि इस शुक्रवार को संकष्टी श्री गणेश चतुर्थी व्रत और बहुला चतुर्थी व्रत का शुभ संयोग पड़ रहा है। मां लक्ष्मी भगवान गणेश को अपना पुत्र मानती थी, जो उनके प्रिय दिन पर ये संयोग बनना अधिक शुभ है।





इस दिन किए गए विशेष उपाय से एक ओर धन से संबंधित कभी भी कोई समस्या नहीं होती, वहीं व्यक्ति की सारी इच्छाएं भी पूरी होती है।





ये शुभ दिन आपको लाभ देकर जाए, इसके लिए सबसे ज्यादा जरूरी है कि चांद देखने से पहले मौन रहें। यानी मौन व्रत रखें और चांद को देखने के बाद ही ये व्रत खोलें। चांद दिखने पर सबसे पहले अर्घ्य दें।





शंख में दूध, सुपारी, गंध और चावल से भगवान गणेश और तिथ‌ि दोनों को अर्घ्य दें। जौ और सत्तू का भोग लगाएं और पूजा करने के बाद इसी भोग का भोजन करें।





शास्‍त्रों के अनुसार इस दिन गाय के दूध पर सिर्फ बछड़े का अधिकार होता है।