काले तिल के इस उपाय से दूर हो सकती है आपकी परेशानियां

तमाम कोशिश करने के बाद भी अगर आपकी परेशानियां खत्म होने का नाम ले रही है और पैसा भी आपके हाथों में नहीं टिकता है, तो में इस समस्या को दूर करने के कई उपाय बताएं गए हैं। आज हम आपको काले तिल से जुड़े कुछ आसान उपाय बताने जा रहें हैं। जिसको अपनाकर भविष्य में आने वाली कई तरह की परेशानियों से बचा जा सकता है। सावन का पवित्र महीना चल रहा है ऐसे में काले तिल का यह उपाय और कारगर हो सकता है। पानी में काले तिल को डाल कर शिवलिंग पर ऊँ नम: शिवाय मंत्र का जप करते हुए चढ़ाएं। इस उपाय से आपको शुभ फल मिलने की संभावना बढ़ जाती है। आज सावन का चौथा शनिवार है ऐसे में यदि किसी की कुंडली में शनि के दोष है तो इस दिन किसी नदी या कुएं में काले तिल को डालना चाहिेए। इस उपाय से शनि की कृपा मिलती है। हर शनिवार के दिन काले तिल और काली उड़द को काले कपड़े में बांधकर किसी गरीब व्यक्ति को दान करें। इस उपाय से पैसों से जुड़ी समस्याएं दूर हो सकती हैं। अगर हमेशा धन की कमी बनी रहती है तो काले तिल को अपने सहित परिवार के सभी सदस्यों के सिर से सात बार काले तिल को उतार कर घर के बाहर उत्तर दिशा में फेंक देना चाहिए।

इस मंदिर में हनुमानजी अपने भक्तों से वसूलते हैं ब्याज 

देश में ऐसे कई मंदिर है जहां पर कई तरह के चमत्कार और रहस्य भरे पड़े हुए है। इसी तरह का एक मंदिर है छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में स्थित हनुमानजी का मंदिर जहां पर भगवान को प्रसाद को रूप में ब्याज चढ़ाया जाता है। ब्याज चढ़ाने का यह तरीका भी कुछ अनोखा है।  बिलासपुर के इस मंदिर में ब्याज देने की परंपरा पिछले 70 सालों से चली आ रही है। जहां पर भक्त अपनी मन्नत को कागज पर लिखकर देते है और मन्नत पूरी होने पर हनुमानजी को ब्याज देते है। यह पपंपरा पिछले कई सालों से चली आ रही है भक्त के मन्नत पूरी होने पर आपनी आमदनी की एक फीसदी रकम ब्याज के रूप में हनुमानजी को प्रसाद के रूप में चढ़ाते है।यह रकम केवल मंगलवार और शनिवार को ही चढ़ाई जाती है। हनुमान जी को ब्याज के रुप में रकम देने के पीछे एक कथा है। इसी शहर में एक व्यापारी रहता था उस समय उसको व्यापार में उसको बहुत नुकसान हुआ था। तब उस व्यापारी ने हनुमानजी से मन्नत मांगी कि अगर मेरा व्यापार चल निकला तो अपने लाभ का एक हिस्सा मंदिर में चढ़ाऊंगा। तभी से यह मान्यता चली आ रही है। भक्तों से ब्याज के रुप में प्राप्त की हुई रकम को गरीबों ,असहायों,बेसहारों और बेघर लोगों के बीच बांट दिया जाता है।

24 घंटे में घर से भाग जाएंगी नकारात्मक शक्तियां, 1 गिलास से करें ये उपाय

कभी-कभी घर में हमें खुद के अलावा किसी और के होने का भी अहसास होता है, लेकिन जब देखते हैं तो हकीकत में ऐसा नहीं होता। आपको भी कभी अपने घर में हुआ होगा या अभी भी हो रहा होगा। अगर ऐसा है तो ये नकारात्मक के संकेत हैं। मतलब आपके घर में नकारात्मक हावी है, लेकिन इनसे डरने की जरूरत नहीं हैं और न ही कोई पूजा पाठ करवाने की जरूरत है। बस पानी का एक गिलास ही काफी है आपके घर को उनसे मुक्त करवाने के लिए, जानें कैसे। नकारात्मक शक्तियों को घर से बाहर भेजने के लिए आपको एक साफ सुथरा और पूरी तरह पारदर्शी कांच का गिलास लें और उसमें एक तिहाई हिस्से तक सेंधा नमक डाल दें। बाकी बचे हुए हिस्से को आधा पानी और सिरके से भर दें। इस गिलास को घर के उस स्‍थान पर रख दें , जहां आपको सबसे अधिक नकारात्मक शक्तियों का अहसास होता है। इस गिलास को पूरे 24 घंटे के लिए उसी जगह पर रखें। ध्यान रहें इस बीच उस गिलास को कोई हिलाएं नहीं न ही कोई ‌हाथ लगाएं। 24 घंटे पूरे होने के बाद उस पानी को देखें कि पानी साफ है या नहीं। साथ ही अगर पानी में किसी भी तरह के कोई बुलबुले नहीं हैं तो इसका मतलब आपके घर में ‌कोई भी नकारात्मक शक्ति नहीं हैं। वहीं अगर पानी में बुलबुले है तो या पानी का रंग बदल गया है तो मतलब आपके घर में नकारात्मक शक्तियां है। ऐसे में डरे नहीं और उस पानी को टॉयलेट में गिराकर फ्लश चला दें। इन सबसे बाद उस गिलास को साबुन, सर्फ से अच्छी तरह धोकर वापस उसी गिलास का प्रयोग घर के हर हिस्से में करें। ऐसा तब तक करना है, जब तक पानी साफ न रहने लगें।

बस 2 मिनट करें ये एक ध्यान,देखते ही देखते सुलझ जाएगी आपकी सारी परेशानी

ऑफिस, कॉलेज आदि जाने की जल्दी में आज लोगों के पास इतना भी समय नहीं बचता है कि रूककर कुछ मिनट का लगा पाएं। देवी देवताओं को भी मन ये याद करने का समय नहीं निकाल पाते। इसके बाद वे अंदर ही अंदर कई परेशानियों से लड़ते तो हैं, लेकिन उसका समाधान नहीं निकाल पाते। यहां आपको एक ऐसा ध्यान बता रहे हैं जो जिसे आप अपने बैड पर या बस में कहीं भी कर सकते हैं। ये ध्यान आपको सभी परेशानियों से भी बाहर निकाल लेगा।  जब आप सुबह सोकर उठे तो अपने बेड पर 2 मिनट आंख बंद करके बैठ जाएं। हाथों को क्रॉस कर लें और अपने गुरु को याद करें। आपका पिछला दिन अच्छा बनाने के लिए शुक्रिया अदा करें और वर्तमान दिन भी अच्छा रहें। ऐसी प्रार्थना करें। जब आप बेड से उतरकर पानी पीने जाएं या ब्रश करने जाएं तब अपने शरीर को हल्का फुल्का जरूर हिलाएं। इससे आपको मानसिक रूप से भी आराम मिलेगा। नहाने के बाद जब आप कहीं जाने के लिए तैयार हो जाएं तो घर के निकलते समय दो मिनट के लिए सिर्फ दो मिनट के लिए पूजा घर जरूर जाएं और वहां पर परिवार के लिए देवी देवाताओं से प्रार्थना करें। कार, बस, ट्रेन जिस भी साधन से आप अपनी जगह पर जा रहे हैं उसी में कुछ मिनट में लिए अपनी आंखें बंद करके मंथन करें। कई बार इसी मंथन में व्यक्ति को अपनी किसी बड़ी परेशानी का भी समाधान मिल जाता है। 

योगनिद्रा से दूर होता है तनाव, लक्ष्मण और अर्जुन ने भी आजमाए थे ये आसन

आज के समय में लगभग हर आदमी को तनाव और दबाव का शिकार होना पड़ता हैं। इस तनाव को दवा के बल पर दूर नहीं किया जा सकता है। इस समस्या को सिर्फ योग के माध्यम से हल किया जा सकता है। तनाव को दूर करने के लिए योग निद्रा सबसे उत्तम उपाय है। इस निद्रा को भगवान राम के भाई लक्ष्मण और अर्जुन से गहरा नाता है। आइए जानते है इसके फायदे के बारें में। योग निद्रा का मतलब होता है आध्यात्मिक नींद में जाना। यह ऐसी नींद है जिसमें जागते हुए सोना है। योग निद्रा को सोने और जागने के बीच की स्थिति को योग निद्रा कहते है। देवता गण भी इसी निद्रा में सोते हैं। पुराणों की कथा के अनुसार जब लक्ष्मण भगवान राम संग 14 वर्षों तक जा रहे थे तो उन्होनें भगवान की सेवा करने के लिए निद्रा का त्याग कर दिया था। वह योगनिद्रा के बल पर ही 14 सालों तक बिना सोए रहे। इसी तरह अर्जुन नें योग निद्रा करके महाभारत का पूरा युद्ध लड़ा था। तनाव को कम करने के लिए योगनिद्रा सबसे अच्छा उपाय है। इस योग के बारें में कहा जाता है कि इससे दिल और दिमाग दोनों तरोताजा हो जाते हैं। योगनिद्रा के जरिए आप कम नींद लेकर ज्यादा से समय तक काम को कर सकते है और तरोताजा रह सकते हैं। योगनिद्रा आसन करके रक्तचाप, मधुमेह, हृदय रोग, सिरदर्द, तनाव, पेट में घाव, दमे की बीमारी, अनिद्रा, अवसाद और अन्य मनोवैज्ञानिक बीमारियों, स्त्री रोग में प्रसवकाल की पीड़ा में बहुत ही लाभदायक है। खिलाड़ी भी मैदान में खेलों में विजय प्राप्त करने के लिए योगनिद्रा करते हैं। योगनिद्रा 10 से 45 मिनट तक की जा सकती है। योगनिद्रा करने के लिए खुली जगह का चयन करें फिर लेट जाए। दोनों पैर के बीच एक फीट की दूरी हो और हथेली कमर से 6 इंच की दूरी पर हो और आँखे बंद रखें। फिर अपने मन को दाहिने पैर के अंगूठे पर ले जाइए। पैर की सभी उंगलियां कम से कम पैर का तलवा, एड़ी, पिंडली, घुटना, जांघ, नितंब, कमर, कंधा शिथिल होता जाएगा।

जिनकी कुंडली में होता है ये योग, उन्हें बहुत परेेशान करते हैं भूत प्रेत

हमारे बीच में से कुछ ऐसे भी लोग होते हैं, जिन्हें नकारात्मक अधिक प्रभावित करती है। जिन्हें नकारात्मक का अहसास जल्दी हो जाता है और उन्हीं में से कुछ उनकी गिरफ्त में भी आ जाते है। वहीं कुछ लोग ऐसे भी होते हैं, जिनका नकारात्मक बाल भी बाकां नहीं कर पाती है, लेकिन ऐसा क्यों? जानिए इसके पीछे का र‌हस्य जिन लोगों की कुंडली के दशम भाव का स्वामी अष्टम भाव में या एकादश भाव में हो तो और संबंधित भाव के स्वामी से नजर भी हो तो ऐसे लोग नकारात्मक शक्तियों की गिरफ्त में जल्दी आते हैं। व्यक्ति की कुंडली के पहले भाव में चंद्र के साथ राहु हो या फिर पंचम भाव और नवम भाव में क्रूर ग्रह हो तो नकारात्मक शक्तियां इन्हें अधिक परेशान करती है। अगर कुंडली में शनि, राहु, केतु या मंगल की दशा खराब होती हैं तो नकारात्मक शक्तियां आपको परेशान करने लगती है। जो इन शक्तियों के बारे में अधिक सोचता है और उसे मन में इनको लेकर हमेशा एक डर रहता है। ऐसे लोगों पर ये शक्तियां जल्दी हावी होती है।